मिस सेलेस्ट इंडिया 2025 का जयपुर में भव्य आयोजन
जयपुर में 23 अगस्त को मिस सेलेस्ट इंडिया 2025 का फिनाले। मिस ग्लोब और मिस ओशियन टाइटल्स की जंग।

जयपुर, 17 अगस्त 2025: गुलाबी नगरी जयपुर में मिस सेलेस्ट इंडिया 2025 का भव्य समापन समारोह 23 अगस्त को दिल्ली रोड पर ग्रासफील्ड वैली में आयोजित होने जा रहा है। फ्यूजन ग्रुप द्वारा आयोजित यह आयोजन, जो देश के शीर्ष सौंदर्य प्रतियोगिताओं में शुमार है, मिस ग्लोब इंडिया 2025 और मिस ओशियन इंडिया 2026 के खिताबों को भी सम्मानित करेगा। यह आयोजन सौंदर्य, प्रतिभा और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता को एक मंच पर लाता है।
ग्रासफील्ड वैली के संस्थापक सुनील बंसल और दिव्यांशी बंसल ने बताया कि यह आयोजन अरावली की पहाड़ियों की प्राकृतिक सुंदरता के बीच होगा। “ग्रासफील्ड वैली प्रकृति और शांति का अनूठा संगम है। हम इस आयोजन के जरिए सौंदर्य के साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश देना चाहते हैं,” सुनील बंसल ने कहा। पर्यावरण जागरूकता पर केंद्रित इस आयोजन की थीम प्रतियोगियों को सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों पर अपनी आवाज उठाने का मौका देगी।
आयोजक योगेश मिश्रा और निमिषा मिश्रा के अनुसार, इस आयोजन में मिस सेलेस्ट इंडिया 2025, मिस ग्लोब इंडिया 2025 और मिस ओशियन इंडिया 2026 के खिताबों के लिए प्रतिस्पर्धा होगी। “यह मंच भारत की युवतियों को अपनी प्रतिभा और बुद्धिमत्ता दिखाने का अवसर देता है। विजेता वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में हिस्सा लेंगी,” निमिषा मिश्रा ने बताया। आयोजन का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है, जिसमें प्रतियोगी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से इस संदेश को प्रचारित करेंगी।
मिस ग्लोब इंडिया 2023 की विजेता ऐश्वर्या पातपाटि ने सात साल बाद भारत को वैश्विक मंच पर टॉप 15 में स्थान दिलाया था। वहीं, सौम्या सी. एम. ने 2024 में सब-टाइटल जीतकर देश का गौरव बढ़ाया। इन उपलब्धियों ने इस साल मिस ग्लोब इंडिया में भारत की संभावनाओं को और मजबूत किया है। आयोजकों का मानना है कि इस बार की प्रतियोगी अपने प्रदर्शन से दर्शकों और जजों का दिल जीतेंगी।
इस आयोजन में पूरे भारत से चुनी गई शीर्ष फाइनलिस्ट जयपुर पहुंचेंगी। ये प्रतियोगी अपने सौंदर्य, आत्मविश्वास और पर्यावरण के प्रति समर्पण का प्रदर्शन करेंगी। यह आयोजन न केवल एक सौंदर्य प्रतियोगिता है, बल्कि सामाजिक जागरूकता और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने का एक प्रभावी मंच भी है।